Uncategorized

#आसमान..


ये आसमान कितना खुबसूरत सा लगता है।।

बादल छा जायें तो धुंधला सा लगता है।।

जब तारे निकल जाते हैं तो जन्नत सा लगता है।।

इस आसमान में कोई कोई तारा अपना सा लगता है।।

मेरा भी इस आसमान को छूने का दिल करता है।।

और कभी उडने का मन करता है।।

कितनी शिद्दत से ईश्वर ने इसको बनाया है।।

इसमें चांदनी देने वाला एक चांद भी लगाया है।।

मुझे उडने के लिए पंख तो नहीं दिये।।

पर आसमान जितना ऊंचा बनाया है..!!

17 thoughts on “#आसमान..”

Leave a reply to kumarsasha Cancel reply